Friday, 9 December 2016

The train & airlines mixed miracle - Sahaja Yoga Miracle story from Patna

Here is a real time story - an experience of one of our sisters from Patna. Indeed very inspiring.

जय श्री माता जी।

मेरे साथ घटित माता जी कि एक चमत्कारिक कृपा का अनुभव शेयर करना चाह रही हूँ।कल मै सेण्टर में थी,तभी मेरे husband का मैसेज आया की मेरी बिटिया जो वाराणसी से पटना ,द्वारका गुवाहाटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस से जा रही थी और उसे,पटना एयरपोर्ट से चेन्नई कि फ्लाइट 3 बजे पकड़नी थी।लेकिन करीब 11बजे बिटिया की ट्रेन मुग़लसराय सेे चल बक्सर के आगे 9km आकार रुक गई।एक घंटे बीतने पर भी ट्रेन नहीं चली तो बिटिया को बेचैनी होने लगी की कही उसकी फ्लाइट छूट न जाय।

12.30 बज गए फिर भी ट्रेन नहीं चली। अब उसे हर हाल मे 2pm से 2.15pm तक पटना एयरपोर्ट मे पहुँचाना था,यानि करीब 1.30 घंटे का ही समय बच रहा था,हालांकि ट्रैन का अगला स्टॉपेज पटना ही था जो की अभी भी 110km दूर था।अब देखे माँ की कृपा का चमत्कार।तभी मैंने सेण्टर में ही माँ से प्रार्थना की ,कि माँ आपका बच्चा अभी परेशान है,बस इस वक़्त आपका कृपा ही इस समस्या का समाधान कर सकती है,यह कह कर मैं सारा कुछ माँ पर छोड़ दी और सेण्टर के कार्य में लग गयी।

अब देखे 12:30pm से 12:45pm की घटना।इसी बीच बिटिया के मोबाइल में नेट कनेक्टिविटी आने लगीं और बिटिया ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर अपनी परेशानी भेज दी। तुरंत ही सुरेश प्रभु का जवाब आ गया और ट्रेन 12.45pm पर चल दी,और ठीक पटना रेलवे स्टेशन के पहले पटना एयरपोर्ट के पास 2.10pm पर आकर रुक गई,जबकि ट्रैन को सीधे पटना रेलवे स्टेशन ही रुकना था,जो अबअभी भी यहाँ से 15km दूर था।सामने एयरपोर्ट था और बिटिया को फ्लाइट मिल गयी।और यही नहीं एयरपोर्ट के अंदर फ्लाइट के 30 मिनट पहले बोर्डिंग पास की इंट्री बंद हो जाती है,और कमाल की बात यहां भी उसे कोई रुकावट नहीं हुई,जबकि बिटिया के पास एयरपोर्ट गेट पर केवल 25मिनट ही बच रहे थे।

अब आप लोग ही बताये की माँ की यह कृपा किसी चमत्कार से कम था क्या?बस मेरा तो यही कहना है कि प्रार्थना मे बहुत बड़ी शक्ति होती है,और उस वक़्त माँ आपके साथ होती है।निष्कर्ष यही निकलता है कि हर अच्छे बुरे वक़्त मे श्री माता जी आपके साथ होती है। 
🙏🏻
How even our smallest of desires Mother fulfills if we are surrendered completely to her. Are we?

No comments:

Post a Comment